न्यूज़ अंग बिहार : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में राष्ट्रीय सेवा योजना का स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया।
इस अवसर पर छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रोफेसर रामप्रवेश सिंह, कुलानुशासक प्रोफेसर रतन कुमार मण्डल, कुलसचिव डॉ. गिरिजेश नंदन कुमार, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनिरुद्ध कुमार एवं कार्यक्रम पदाधिकारी सुमन कुमार,, शैलेन्द्र कुमार अनुराधा प्रसाद, सीता भगत, वंदना कुमारी, राकेश पाल, राजीव रंजन कुमार, स्वेता पाठक, मुसर्रत हुसैन, अमित कुमार, इत्यादि मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत कुलगीत से हुई जिसे टी. एन. बी. एवं एस. एम. कॉलेज की स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तूत किया गया।
इसके बाद सभी पदाधिकारियों तथा आगत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। अतिथियों का स्वागत तथा विषय प्रवेश कराते हुए कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि समाज सेवा के द्वारा छात्रों के व्यक्तित्व विकास के उद्देश्य से राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना 24 सितम्बर 1969 को की गईं थी। उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय सेवा योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वयंसेवी संस्थाओं में से एक है। राष्ट्रीय एकता की बात हो, पर्यावरण संरक्षण की बात हो, सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार की बात हो, रक्तदान हो, विभिन्न प्रकार का जागरूकता कार्यक्रम हो या फिर कोविड 19 से लड़ने की, सबमें राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक बढ़ -चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना छात्रों को एक जिम्मेदार नागरिक बनाता है।
जबकि अपने अध्यक्षीय भाषण में छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रोफेसर रामप्रवेश सिंह ने कहा कि हम एन.एस.एस.स्थापना दिवस इसलिए मनाते हैं जिससे हम अपने अतीत को वर्तमान से जोड़ सके और इस के माध्यम से व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास कर सके। एनएसएस प्रत्येक धर्म जाति समुदाय को जोड़ता है, एनएसएस अपने सभ्यता और संस्कृति को बनाए रखने में सभी वालंटियर को मदद करता है। कार्यक्रम में अतिथि रूप में आए विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ. गिरिजेश नंदन कुमार ने एन. एस एस की उपयोगिता और विशेषताओं के बारे में बताया और स्वयंसेवकों को उत्कृष्ट सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने पर प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने कहा की एन एस एस के माध्यम से हम हमारी संस्कृति और सभ्यता को देश विदेश मे प्रचारित करते हैं। अपने संभाषण में एन एस एस को हर संभव सहयोग औऱ अर्थिक सहयोग भी प्रदान करने का आश्वासन भी दिया है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलानु साशक डॉ. रतन मंडल ने स्वयंसेवकों को निरंतर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर बधाई दी और अनुशासन और समाज सेवा के महत्व को बताया। इधर एनएसएस के स्थापना दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में आयोजित कार्यक्रम मे उपस्थित प्रसिद्ध समाजसेवी प्रकाश चंद्र गुप्ता ने स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं देते हुए समाज के प्रति उनकी भूमिका को बताया और स्वयंसेवकों को अनुशासित और जागरूक बनाए रखने के लिए एन एस एस परिवार को बधाई दी। इसके पूर्व विभिन्न महाविद्यालयों से आए स्वयंसेवकों ने भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिसमे टीएनबी कॉलेज के स्वयंसेवकों ने नुक्कड़ नाटक, गीत, नृत्य प्रस्तुत किया। एसएम कॉलेज के स्वयंसेवकों ने लघु नाटिका, गीत नृत्य और PBTT एवं अन्य महाविद्यालय के स्वयंसेवकों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। कार्यक्रम की समाप्ति पर विश्व विद्यालय समन्वयक डॉ अनिरुद्ध कुमार ने आगामी 30 सितंबर 2022 को आजादी के अमृत महोत्सव अभियान के समापन के अवसर पर होने वाले संस्कृतिक कार्यक्रम के बारे में बताया और स्वयं सेवकों से प्रतिभाग करने को कहा। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत और विषय प्रवेश डॉ अनिरुद्ध कुमार ने, मंच संचालन डॉ सुमन कुमार ने और कार्यक्रम की रिपोर्टिंग डॉ श्वेता पाठक ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में निखिल झा, बीबी लाडली, मूलचंद, नंदिनी, अभिज्ञान, इत्यादि का महत्वपूर्ण योगदान किया l