न्यूज़ अंग बिहार :भागलपुर हुसैनाबाद स्थित हजरत शाह हसन पीर बासफा रहमतुल्लाह अलैह का 83वां सालाना उर्स-ए-पाक सोमवार को सम्पन्न हो गया।
उर्स के दूसरे दिन दिल्ली के मशहूर कव्वाल उस्ताद चांद कादरी का मुकाबला मुंबई के अजीम नाजा से हुआ। वहीं चांद कादरी और अजीम नाजा की शानदार कव्वाली सुनकर श्रोता झूमने लगे।
इसके पूर्व भागलपुर के समाजसेवी कुणाल सिंह एवं उर्स कमेटी से जुड़े लोगों ने दोनों कव्वाल और आगत अतिथियों का स्वागत मंच से किया। स्वागत भाषण देते हुए हुसैनबाद कटघर निवासी कुणाल सिंह ने कहा कि मैं बचपन से इस मेले में आता रहा हूं, लेकिन आज सौभाग्य की बात है कि आप लोगों का प्रेम मुझे मंच पर खींच लाया।
कुणाल सिंह ने दोनों कव्वाल का शुक्रिया अदा करते हुए महफिल में आए सभी लोगों से भाईचारा के साथ रहने की अपील की। साथ ही हिन्दुस्तान की गंगा जमुनी तहजीब की अनोखी मिसाल को बनाएं रखने पर भी जोर दिया।
इस दौरान उर्स कमेटी के अध्यक्ष शेर खान ने कहा कि कुणाल सिंह के सहयोग से ही दोनों प्रसिद्ध कव्वाल का आगमन भागलपुर में संभव हो सका।
कमेटी के सदस्यों ने समाजसेवी कुणाल का स्वागत माला पहना कर वेलकम किया। जबकि कव्वाल चांद कादरी ने मंच से कुणाल सिंह का अभिवादन अपने कलाम से किया। गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष दो दिवसीय उर्स दक्षिणी क्षेत्र का सबसे बड़ा आयोजन होता है।
इस अवसर पर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ जुटती है। इधर कार्यक्रम को सफल बनाने में सचिव सऊद आलम, कोषाध्यक्ष मो. बेलाल हुसैन, मो. जाहिद, प्रवीण साह, विक्की यादव, राकेश यादव समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भरपूर सहयोग किया।